जली लाश मामले में सनसनीखेज खुलासा, मरा व्यक्ति निकला जिंदा, छह करोड़ के लिए रची थी साजिश

 



 


 



तरनतारन के गांव किरतोवाल के पास गुरुवार को सड़क किनारे मिली जली लाश के मामले में शुक्रवार को सनसनीखेज खुलासा हुआ।


दरअसल यह लाश जिस 27 वर्षीय कारोबारी अनूप सिंह की बताई जा रही थी, वह जिंदा निकला। उसने छह करोड़ रुपये की बीमा राशि हड़पने के लिए खुद की मौत की साजिश रची। पुलिस ने आरोपी के पिता और भाई को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं अनूप की गिरफ्तारी के लिए छापामारी की जा रही है। हालांकि अनूप ने किसे जलाकर यह साजिश रची, इस बारे में पुलिस कोई खुलासा नहीं कर रही है। 




तरनतारन पुलिस के अनुसार जिले के गांव किरतोवाल के लोगों ने गुरुवार सुबह सड़क किनारे एक जली हुई लाश देखी। ग्रामीणों ने पुलिस को सूचित किया। एसपी (देहात) जगजीत सिंह वालिया ने बताया कि पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच-पड़ताल शुरू की। जहां जला शव पड़ा था, वहीं युवक की कार भी खड़ी थी।

दस्तावेजों की पड़ताल करने पर पता चला कि वह कार अमृतसर निवासी अनूप नाम के युवक की है। मृतक के पिता ने बताया कि उनका बेटा बुधवार देर रात घर से दिल्ली जाने के लिए निकला था। उस वक्त पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ हत्या का केस दर्ज करके जांच शुरू कर दी।


पुलिस को ऐसे हुआ संदेह 



पुलिस सूत्रों के अनुसार गुरुवार सुबह जब लाश मिली थी तो पुलिस ने अनूप के पिता तरलोचन सिंह को सुबह सवा सात बजे फोन पर सूचना दी। तरलोचन सिंह अपने दूसरे बेटे करणबीर सिंह के साथ लगभग चार घंटे बाद सवा 11 बजे घटनास्थल पर पहुंचा। पुलिस को पहला शक इसी से हुआ क्योंकि हरिके पत्तन पहुंचने के लिए अमृतसर से मात्र 45 मिनट का समय लगता है। 

वहीं तरलोचन सिंह और करणबीर के चेहरे पर अनूप की लाश देखने के बाद भी कोई दुख नहीं दिखा। इसके बाद पुलिस का शक गहरा गया। इसके बाद पुलिस ने अनूप सिंह के मोबाइल फोन को ट्रेस किया गया तो उसकी लोकेशन हरियाणा आ रही थी। पुलिस ने तरलोचन सिंह और करणबीर सिंह को गिरफ्तार कर सख्ती से पूछताछ की तो उन्होंने सारा सच उगल दिया। अनूप सिंह के बीमा की राशि के लिए अपनी मां मनप्रीत कौर को नॉमिनी बनाया हुआ था। इस राशि के लिए ही यह सब साजिश रची गई। 

नौकर की हत्या करने का शक 
पुलिस अनूप सिंह की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है। इस मामले में परिवार का कौन-कौन सदस्य शामिल था और अनूप सिंह ने किस को जिंदा जलाया है, इसकी भी जांच की जा रही है। सूत्रों के अनुसार अनूप के परिवार के पास एक युवक काम करता था और उसका कोई संबंधी भी नहीं था। माना जा रहा है कि उसी नौकर को इस साजिश में शिकार बनाया गया।