उज्जैन । श्री महाकालेश्वर मंदिर में नंदी मण्डपम् और गर्भगृह के मध्य लगे लकडी का द्वार को श्री महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी श्री प्रदीप गुरू की प्रेरणा से दिल्ली के दानदाता के माध्यम से चॉदी का बनवाया जा रहा है। श्री महाकालेश्वर मंदिर के अतिथि निवास में विगत 3 माह से चॉदी के द्वार के निर्माण का कार्य चल रहा है। जिसमें लगभग 150 किलो चॉदी का लगी है। द्वार को बनाने हेतु राजसथान के चुरू के कारीगर श्री माणिकचंद और उनकी टीम विशेष रूप से उज्जैन आये है। चॉदी के द्वार पर शेखावटी शैली में सुंदर नक्काशी से कलाकृति उकेरी गयी हैं। जिसमें कलश, त्रिपुंड, नाग, नंदी, डमरू, त्रिशूल, बिल्वपत्र, ओम, स्वस्तिक धतूरे के पुष्प आदि उकेरे गये है तथा उपर शुभ- लाभ व श्री भी अंकित है। 07 नवम्बर को लकडी की चौखट लगाना प्रारंभ हो गयी है। 09 नवम्बर को शनि प्रदोष के पावन पर्व पर द्वार दानदाता द्वारा श्री महाकालेश्वर को अर्पित किया जावेगा।
श्री महाकालेश्वर मंदिर में नंदी मण्डपम् व गर्भगृह के मध्य लगेगा चांदी का द्वार