50 युवा बाईकर्स की रैली भोपाल से उज्जैन पहुंची अमूल के इस अभियान में स्टेट मिल्क फेडरेशन भी देंगे साथ

 

 उज्जैन इस रैली का आयोजन 26 नवम्बर को डॉ.कुरियन की जन्म जयंति पर राष्ट्रीय दुग्ध दिवस के उपलक्ष्य मे किया गया है.  उल्लेखनीय है कि इन  50 युवाओ ने अपनी रैली का आरंभ 15 नवम्बर को वाराणसी शहर से किया गया था. पिछले आठ दिनो की लगातार यात्रा कर  कल इनकी रैली खूबसूरत शहर उज्जैन पहुंची. उनका उद्देश्य देश के कोने-कोने तक लोगो को डॉ.कुरियन का सन्देश  पहुँचाना है.

 

उज्जैन - गौरतलब है कि 50 के समूह मे इन युवा बाईकर्स ने 12 दिन मे 2500 कि. मी. की यात्रा तय करने का लक्ष्य निर्धारित किया है. रैली द्वारा यह दूरी तय करके वे अपने गंतव्य स्थान गुजरात के आनन्द पहुँचेगे. इन बाईकर्स ने अपनी यात्रा 15 नवम्बर को  वाराणसी के पवित्र घाट से प्रयागराज, और प्रयागराज संगम से नवाबो के शहर लखनऊ,कानपुर, आगरा, ग्वालियर, भोपाल पहुंची थी. कल यह रैली उज्जैन पहुंची.

भोपाल मे 22 नवम्बर को सांची दुग्ध संघ का दौरा करने के बाद बाईकर्स ने कल अपनी यात्रा उज्जैन के लिए आरंभ की थी. सिहोर और देवास मे थोड़ा समय रुककर वहाँ के किसानो और अमूल पंचामृत डेयरी की यूनिट के उज्जैन मिल्क पैकिंग के कार्यकर्त्ताओ से भी मिले.  उन्होने उज्जैन के विक्रम विश्वविद्यालय के विज्ञान के प्रोफेसर और मुख्य अतिथि श्री पी के वर्मा के साथ मुलाकात की. उन्होने बाईकर्स का स्वागत किया. और डेयरी उद्योग मे डॉ. कुरियन की श्वेत क्रांति की सराहना की. उन्होने कहा कि उनके इस अथक प्रयास ने देश मे दूध की कमी को पूरा किया है. उन्होने पिछले आठ दिनो से लगातार रैली पर निकले इन बाईकर्स का भी हौसला बढ़ाया और प्रशंसा करते हुए कहा कि इस मिशन से डॉ. कुरियन का सन्देश देश के कई शहरो मे जाएगा. ऑक्सफोर्ड जूनियर कॉलेज के 50 छात्र भी वहाँ उपस्थित थे. देवास रोड पर इस समारोह का आयोजन किया गया था. इस अवसर पर इस कॉलेज के प्रिंसिपल आर.यू.खान, वाइस प्रिंसिपल श्रीमती सरोज शुक्ला भी उपस्थित थे. इस कार्यक्रम के बाद उज्जैन प्लांट के सांची दुग्ध संघ की टीम से मिले. इन बाईकर्स का जोरदार स्वागत किया गया. इस अवसर पर निदेशक महेन्द्र सिह बन्ना, सीईओ डॉ. बी.के.साहू और एजीएम श्री डी.पी.सिह ने बाईकर्स टीम का हार्दिक स्वागत किया. उन्होने कहा कि उनकी यह यात्रा युवाओ मे नई उर्जा भरने का प्रयास करेगी. उन्होने डॉ. कुरियन की श्वेत क्रांति की सराहना करते हुए कहा कि इस क्रांति से ना केवल किसान लाभांवित हुए है बल्कि देश भर मे इसने दूध कमी को पूरा किया. इस समारोह के बाद इनकी रैली इन्दोर पहुंची. जहाँ इन्होने रात्रि को विश्राम किया.        
उल्लेखनीय है कि वाराणसी से शुरु हुई अपने 12 दिनोृ की रैली मे 2500 कि.मी की यात्रा मे इनसे कई लोग जुड़ेगे क्योंकि इनकी यात्रा का उद्देश्य डॉ.कुरियन के सन्देश को वाराणसी के पवित्र निर्मल घाट से लेकर  भारत की विशाल दुग्ध की राजधानी आनन्द तक पहुंचाना है. यह रैली युवको मे यह सन्देश देने मे भी सार्थक होगी कि किस तरह डॉ.कुरियन ने अपना पूरा जीवन डेयरी उद्योग मे समर्पित कर देश मे दूध की कमी और दूध के उत्पादो की कमी को समाप्त किया. आज विश्व मे अमूल ना केवल एक सुप्रसिद्ध ब्रांड बन चुका है बल्कि दुग्ध उत्पादन क्षेत्र मे भी सर्वोच्च शिखर को छू रहा है.
'रुब्मसमइतंजपदहक्तज्ञनतपमद' शीर्षक वाले इस रोचक अभियान का उद्देश्य डॉ कुरियन के योगदान के प्रति सभी, विशेषकर युवाओं को जागरूक करना है। इस अभियान के पीछे मुख्य विचार है उन लोगों से सीधे डॉ कूरियन की कहानी को सुनना, जिनके जीवन को उन्होंने छुआ था। उनके द्वारा प्रेरित संस्थानों का दौरा कोपरशन की भावना और दूध की दैनिक उपलब्धता के लिए गहरी सराहना की भावना लाने के लिए है जिसे हम रोजमर्रा की जिन्दगी में नजरअंदाज करते हैं।
जीवन भर की यात्रा
50 बाइकर्स की एक टीम वाराणसी से इलाहाबाद, लखनऊ, कानपुर, आगरा, ग्वालियर, भोपाल, उज्जैन, गोधरा, स्टैच्यू ऑफ यूनिटी की यात्रा करेंगे और फिर आनंद (गुजरात), श्मिल्क सिटीश् जहाँ डॉ कुरियन ने अपने जीवन का एक बड़ा हिस्सा बिताया है, वहां एक भव्य समारोह के साथ समापन होगा।

15 नवंबर, 2019 शुक्रवार से शुरू होने वाली इस रोमांचक यात्रा की रवानगी प्रादेशिक को-ऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन से होगी जो कि दूध और दूध उत्पादों वाले पराग ब्रांड की मार्केटिंग करती है। आयोजन के मुख्य अतिथि श्री अजय सिंह, जीएम पराग डेयरी, वाराणसी और श्री के एम झाला (चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर, जीसीएमएमएफ लिमिटेड) इस आयोजन को हरी झंडी दिखाएंगे।

यह प्रयास, प्रादेशिक को-ऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन, जो ब्रांड पराग की मार्केटिंग करता है, की सक्रिय भागीदारी में होगा। मोटरबाइकर्स फिर पवित्र संगम का दौरा करेंगे, और प्रयागराज में पीसीडीएफ की दूध पैकिंग इकाई का दौरा करेंगे। रायबरेली से गुजरते हुए वे बनासकांठा जिले की मिल्क पैकिंग यूनिट को-ऑपरेटिव मिल्क प्रोड्यूसर्स यूनियन लिमिटेड (बनास डेयरी) का दौरा करने के लिए नवाबों के शहर लखनऊ पहुंचेंगे। रायबरेली से गुजरते हुए वे बनासकांठा जिले की मिल्क पैकिंग यूनिट को-ऑपरेटिव मिल्क प्रोड्यूसर्स यूनियन लिमिटेड (बनास डेयरी) का दौरा करने के लिए नवाबों के शहर लखनऊ पहुंचेंगे। रैली फिर कानपुर के लिए आगे बढ़ेगी, जहां उनका जीसीएमएमएफ लिमिटेड की कानपुर शाखा द्वारा स्वागत किया जाएगा, इसके बाद मोतीझील पार्क के पास कुछ देर के लिए वह ठहरेंगे। इसके बाद कानपुर में डेयरी किसानों से मिलने के लिए आगे बढ़ेंगे। फिर वे सदियों से प्रेम के प्रतीक माने जाने वाले ताजमहल की ओर बढ़ेंगे। इसके बाद डॉ कुरियन को श्रद्धांजलि देने के लिए धौलपुर दुग्ध संयंत्र का दौरा किया जाएगा। ग्वालियर किले और जयविलास महल में एक दिन आनंद पूर्वक बिताने के बाद, रैली गुना से होकर भोपाल की ओर बढ़ेगी। उनका मध्य प्रदेश राज्य सहकारी डेयरी फेडरेशन द्वारा स्वागत किया जाएगा जो ब्रांड सांची की मार्केटिंग करता है। इसके बाद वह सांची स्तूप और भोपाल झील का दौरा करेंगे। टीम 24 नवंबर को गुजरात में प्रवेश करेगी, और गोधरा में पंचमहल जिला सहकारी दुग्ध उत्पादक संघ लिमिटेड के डेयरी किसानों के साथ जश्न मनाएंगे। सोने पे सुहागा होगा केवडिया में स्थित स्टैच्यू ऑफ यूनिटी की प्रतिष्ठित यात्रा, जहां रैली बाइकर्स सरदार वल्लभभाई पटेल की भव्यता का आनंद लेंगे, जिन्होंने 1946 में त्रिभुवनदास पटेल और अन्य किसानों के बीच सहकारिता आंदोलन के विचार के बीज को बोया था।

आनंद, गुजरात में भव्य समापन
26 नवंबर, 2019 को रैली का समापन डॉ कुरियन की कर्मभूमि आनंद में करेंगेय वहां डॉ कुरियन के मानव जाति के प्रति योगदान को याद करते हुए उनके समर्थकों का शानदार तरीके से स्वागत-सत्कार किया जायेगा। सोने पे सुहागा होगा गुजरात को-ऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन का दौरा जो कि बेहद लोकप्रिय ब्रांड अमूल का मार्केटिंग हाउस है, उसके बाद आईआरएमए का दौरा और फिर नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड (एनडीडीबी) परिसर में एक समापन समारोह होगा।

अमूल के इस अभियान में स्टेट मिल्क फेडरेशन भी देंगे साथ
विभिन्न स्टेट मिल्क फेडरेशन जो पराग और सांची जैसी लोकप्रिय ब्रांडों की मार्केटिंग करते हैं, वे जीसीएमएमएफ द्वारा मार्केटेड ब्रांड अमूल के साथ भी हाथ मिलाएंगे - इस प्रकार भारत में डेयरी उद्योग को बदलने वाले श्द मिल्कमैनश् को एक उचित श्रद्धांजलि दी जाएगी।

2017 में अपने पहले संस्करण में, अमूल ने डॉ कुरियन की जन्मभूमि केरल के कोझीकोड से उनकी कर्मभूमि गुजरात के आनंद तक 1800 किलोमीटर की दूरी तय करते हुए 7 दिवसीय बाइक रैली के साथ राष्ट्रीय दुग्ध दिवस मनाया था। पहले जिन स्टेट मिल्क फेडरेशन ने भाग लिया था उनमें शामिल थे मिल्मा, नंदिनी, गोवा डेयरी, गोकुल डेयरी एवं खटराज डेयरी। दूसरे संस्करण में यह दिन दो बाइक रैलियों के साथ मनाया गया था, जिसमें एक ही समय पर दो मार्गों से दो रैलियां शुरू हुई और 3000 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय करते हुए एक साथ आनंद में समाप्त हुई।  पहला मार्ग जम्मू-कश्मीर से आनंद, गुजरात तक था, और दूसरा गुजरात के ह्रदय स्थल कच्छ से आनंद तक था। दूसरे संस्करण में स्टेट मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन ने, जो स्नोकैप, वेरका, वीटा, मदर डेयरी और सरस जैसे लोकप्रिय ब्रांडों की मार्कटिंग करती हैंय जीसीएमएमएफ-मार्केटेड ब्रांड अमूल के साथ यह दिन  मनाया।

2021 में डॉ वर्गीस कुरियन की जन्मशताब्दी के उपलक्ष्य में, ब्रांड अमूल ने हर साल इन समारोहों को बढ़ाने की योजना बनाई है, जिसमें विभिन्न लोगों और संस्थानों से स्वैच्छिक सहयोग को आमंत्रित करते हुए उस महान व्यक्तित्व को श्रद्धांजलि देंगे जिन्होनें हमें सहयोग का महत्व समझाया।